Skip to main content

अगम कुए के रहस्मई खजाना

Bihar ki rajdhani patna ke bare me to aap ne suna hoga yahi par ek prachin rahasmay kua hai.Rahasyo se bhara yah kua kafi saal pura hai.Iski 5 real facts ke bare me mai aaj aapko batauga.


1.मन जाता है की इस कुआ के अंदर 9 श्रृंखिलब्ध कुआ है और बाद में कुछ छोटे छोटे कुए है| मान्यता यह है की सबसे अंत में एक खजाने का तहखाना है जिसमे सम्राट अशोक का खजाना रखा जाता था|
सम्राट अशोक के साम्राज्य कुम्हरार से इस कुए तक एक सुरंग आता था| सुरंग के सहारे सम्राट अशोक का महल ज़ुरा हुआ था||



2.मन जाता  है की यह कुआ गंगा सागर से ज़ुरा है इसके पीछे एक सत्य यह है की एक बार एक अंग्रेज की छड़ी पछिम बंगाल स्थित सागर में गिरा तो वह चार छड़ी बहते इस कुए के ऊपर आकर तैर रही थी जो आज के समय कोलकाता के जादूघर में राखी है|



3.कहा ये भी जाता है कीsamrat अशोक ने अपने सरे भाइयो को मौत के घाट उतर कर ऐसी कुए में डलवा दिया था | सम्राट अशोक  के समाये आये चीनी यति ने अपने किताब में  इसी तरह के कुए के बारे में जिक्र किया है सम्राट अशोक अपने बिरोधोयो को मरवाकर इस कुए में डलवा देता था

4.आप को बता दे की इस कुआ का पानी कभी नहीं सूखता है इस कुए की गहराई मापने के अनेक प्रयाश किये जा चुके है जिसमे इसकी गहराई 105 फ़ीट मापी गई है सम्राट अशोक के समय 20 फ़ीट पर ही पानी निकल आते थे लेकिन इतनी  गहराई पहले के समय में कर पाना मुस्कल था  उस समय इतनी गहराई कर पाना मुश्किल था इस वजह से इसका नाम अगम कुआ पड़ा|aap जान ले की इस कुए का पानी खभी नहीं सूखता है चाहे गर्मी हो या बरसात सिर्फ पानी के लेवल कुछ उतर चढ़ाव होता है|

5.अगम कुए का धार्मिक मान्यता भी है रोजाना अनेक लोग यहाँ पूजा अर्चना करने आते है ऐसी मान्यता है की इस कुए के पानी के इस्तेमाल करने से अनेक तरह की बीमारिया दूर हो जाती है मान्यता यह भी है की इस कुए के पानी से नहाने से संतान प्राप्ति और बीमारिया दूर हो जाती है इस कुए के परिसर में माता सीतला का एक भव्य मंदिर है जिसकी रोज पूजा अर्चना होती है|


ऐसे ही रहस्मय जानकारी के लिए हमारा साइट देखते रहे धयवाद|

Comments

Popular posts from this blog

रानी पद्मावती की अमर रहस्मई कहानी और अल्लाऊद्दीन खिलजी की क्रूरता

12वी और 13वी सदी में दिल्ली के सिंहासन पर दिल्ली सल्तनत का राज था | सुल्तान ने अपनी शक्ति बढ़ाने के लिए कई बार मेवाड़ पर आक्रमण किया | इन आक्रमणों में से एक आक्रमण अल्लाऊद्दीन  खिलजी ने सुंदर रानी पद्मावती को पाने के लिए किया था | ये कहानी अलाउदीन के इतिहासकारो ने किताबो में लिखी थी ताकि वो राजपूत प्रदेशो पर आक्रमण को सिद्ध कर सके | कुछ इतिहासकार इस कहानी को गलत बताते है क्योंकि ये कहानी मुस्लिम सूत्रों ने राजपूत शौर्य को उत्तेजित करने के लिए लिखी गयी थी | आइये इसकी पुरी कहानी आपको बताते है |